7th pay commission: क्या होता है फिटमेंट फैक्टर? इससे ही बढ़ी केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी
7th Pay Commission: 7वां वेतन आयोग में केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी बढ़ाने के लिए फिटमेंट फैक्टर लागू किया गया था. फिटमेंट फैक्टर लगने की वजह से ही केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी बढ़कर 18000 रुपए हुई थी.
केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी तय करने में इसका अहम रोल होता रहा. (प्रतीकात्मक)
केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी तय करने में इसका अहम रोल होता रहा. (प्रतीकात्मक)
7th Pay Commission: 7वां वेतन आयोग में केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी बढ़ाने के लिए फिटमेंट फैक्टर लागू किया गया था. फिटमेंट फैक्टर लगने की वजह से ही केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी सीधे 6000 रुपए से 18000 रुपए पहुंच गई थी. केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी तय करने में इसका अहम रोल होता रहा. 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक, केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी भत्तों के अलावा उसकी बेसिक सैलरी और फिटमेंट फैक्टर से ही तय होती है. ये वो फैक्टर है जिससे केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी ढाई गुना से ज्यादा बढ़ जाती है.
क्या होता है फिटमेंट फैक्टर? (Fitment Factor)
7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक, फिटमेंट फैक्टर 2.57 है. केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी तय करते समय, भत्तों के अलावा जैसे महंगाई भत्ता (DA), यात्रा भत्ता (TA), हाउस रेंट अलाउंट (HRA) वगैरह., कर्मचारी की बेसिक सैलरी को 7वें वेतन आयोग के फिटमेंट फैक्टर 2.57 से गुणा करके निकाला जाता है. उदाहरण के तौर पर- अगर किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी होगी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए.
भत्तों की कैलकुलेशन (DA Calculation)
एक बार जब बिना भत्तों के केंद्रीय कर्मचारी की सैलरी तय हो जाती है. तो इसके बाद नंबर आता है तमाम तरह के भत्तों का, जैसे DA, TA, HRA, मेडिकल रीम्बर्समेंट वगैरह. केंद्रीय कर्मचारियों के लिए DA महंगाई से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए दिया जाता है. इसे साल में दो बार तय किया जाता है. पहली बार जनवरी से जून के दौरान और दूसरी बार जुलाई से दिसंबर की अवधि के लिए.
औसत महंगाई से ज्यादा होता है DA
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सरकार साल के पहले 6 महीने की महंगाई का औसत निकालती है, इसके बाद दूसरी छमाही में महंगाई का औसत निकालती है. इसके आधार पर DA में बढ़ोतरी तय होती है. DA हमेशा औसत महंगाई से ज्यादा होता है. फिलहाल जुलाई-दिसंबर 2020 के लिए औसत महंगाई दर (AICPI के मुताबिक) 3.5 परसेंट है. इसलिए ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि जनवरी से जून 2021 की अवधि के लिए महंगाई भत्ता कम से कम 4 परसेंट होगा.
एक बार DA में बढ़ोतरी का ऐलान हो गया तो TA उसी आधार पर बढ़ जाता है. इसलिए DA में बढ़ोतरी TA से भी लिंक्ड है. इसी तरह HRA और मेडिकल रीम्बर्समेंट भी तय हो जाता है. जब सारे भत्ते कैलकुलेट हो जाते हैं तब केंद्रीय कर्मचारी की मासिक CTC तय होती है.
PF, ग्रेच्युटी का योगदान
सभी तरह के भत्ते और सैलरी फाइनल होने के बाद अब बात आती है मासिक Provident Fund (PF) और ग्रेच्युटी योगदान की. PF और ग्रेच्युटी योगदान बेसिक सैलरी और DA से लिंक होता है. केंद्रीय कर्मचारी का PF और ग्रेच्युटी उसके फॉर्मूले से तय होता है. जब सारे भत्ते और कटौतियां CTC से हो जाती हैं तब केंद्रीय कर्मचारी की टेक होम सैलरी तय होती है.
03:10 PM IST